CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT BOLLYWOOD NEWS IN HINDI

Considerations To Know About Bollywood news in Hindi

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पंचतंत्र की कहानी: घंटीधारी ऊंट – ghanti dhari unt

    “द एंड ऑफ द वर्ल्ड इज जस्ट द बिगिनिंग” – नीरज चोपड़ा

गिलहरी की इस शिक्षा के बाद बुद्ध को मिला था आत्मज्ञान

बेटी, विलाप और बेसब्री से इंतजार कर रही थी, सोच रही थी कि वह क्या कर रहा है। बीस मिनट के बाद वह बर्नर बंद कर दिया।

“When I received laid off at 53 from a senior administration situation using a having difficulties cafe chain, I realized it had been gonna be hard to find Yet another occupation in the corporate entire world. I also knew it was now or never ever to go after my lifelong dream of possessing my own restaurant. What was most daunting was that, in order to make this come about, I had been about to have to find an present café that was underperforming and whose operator was very motivated for getting from his lease. I acquired incredibly Fortunate and found just what I wished eight blocks from your home.

वह अपनी मांद से बाहर आया और इधर-उधर खोजा। वह केवल एक छोटे खरगोश को प्राप्त कर सका। उसने कुछ हिचकिचाहट के साथ उसे पकड़ लिया । “यह मेरा पेट नहीं भरेगा” शेर ने सोचा।

अपने खेत के लिए पानी के स्रोत की तलाश कर रहे एक किसान ने अपने पड़ोसी से एक कुआँ खरीदा। पड़ोसी, हालांकि चालाक था, और किसान को कुएं से पानी लेने से मना कर दिया। यह पूछने पर कि, उन्होंने जवाब दिया, “मैंने तुम्हारे लिए कुआँ बेचा, पानी नहीं” और चला गया। व्याकुल किसान को पता नहीं था कि क्या करना है। इसलिए वह बीरबल, एक चतुर व्यक्ति और सम्राट अकबर के नौ दरबारियों में से एक के पास एक समाधान के लिए गया।

मै तो भोजन करके ही जाऊंगा वैसे भी सारा दिन पड़ा है धन लाने के लिए अभी जल्दबाजी भी क्या है। बेचारी स्त्री क्या करती दौड़ी-दौड़ी गयी और बनिए से उधार में सामान लेकर आयी। जल्दी से खाना बनायीं और पति को खिलाई फिर राजमहल जाने के लिए तुरंत आग्रह करने लगी। 

ठीक उसी तरह सफल होने के लिए मोह का त्याग करना आवश्यक होता है चाहे वह मोह आपके घर परिवार दोस्त यार आदि का हो चाहे आपके कम्फर्ट click here जोन का – आखिर में : रोज एक कदम सफलता की ओर।

गाँधी जी की बात सुनकर आनंद स्वामी को अपनी गलती का अहसास हुआ. उन्होंने उस आम आदमी से इस बात को लेकर माफ़ी मांगी.

उन्ही दिनों की एक दूसरी घटना है. गाँधी जी के बड़े भाई कर्ज में फंस गये थे.

गाँधी जी ने अपने जीवन में कभी भी मांस को हाथ नहीं लगाया. किन्तु एक बार उन्होंने मांस का सेवन किया था. जब गाँधी जी ने मांस खा लिया उस रात को गाँधी जी को पूरी रात अपने पेट में बकरे की बोलने की आवाज महसूस हुई.

सही राह – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

उसने गुरूजी से कहा – गुरूजी, मै इतने समय से आपसे ज्ञान अर्जित कर रहा हूँ आपके साथ रहकर कितना कुछ ज्ञान की बातें सीखा है मैने फिर भी आप मेरे सवालों का ऐसा उत्तर दे रहे हैं, आपके इस उत्तर ने मुझे अत्यंत दुःख पहुंचाया है।

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